अक्षय कुमार के National Film Award पर छिड़ी बहस, पुराना वीडियो मचा रहा बवाल
मुंबई। शुक्रवार को अक्षय कुमार ने यह तथ्य स्वीकार करके कि उनके पास Canadian Passport है, सनसनी मचा दी थी। पिछले कई दिनों से अपनी नागरिकता को लेकर चल रहे विवाद को ख़त्म करने के इरादे से अक्षय कुमार ने यह बयान जारी किया था, मगर इसके साथ एक नया विवाद छिड़ गया। लोगों ने अक्षय के विदेशी होने की वजह से उनके नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड पर सवाल उठाने शुरू कर दिये हैं।
शनिवार को सोशल मीडिया में यह बहस ख़ूब गर्म रही कि अगर अक्षय भारत के नागरिक नहीं हैं तो उनका नेशनल अवॉर्ड वापस लेना चाहिए या नहीं? आपको बता दें कि अक्षय को 2017 में रुस्तम और एयरलिफ़्ट फ़िल्मों में बेहतरीन एक्टिंग के लिए बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्रदान किया गया था। हालांकि इन विशुद्ध मसाला फ़िल्मों के लिए अक्षय को नेशनल अवॉर्ड मिलना उस वक़्त भी चर्चा में रहा था। बहरहाल, अब जबकि अक्षय ने ख़ुद आधिकारिक तौर पर मान लिया है कि वो भारत के नागरिक नहीं हैं तो सोशल मीडिया में इन अवॉर्ड्स को वापस लेने की प्रक्रिया को लेकर बातें हो रही हैं।
अलीगढ़ फ़िल्म के लेखक अपूर्व असरानी ने एक यूज़र के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा- हां, यह बहुत ज़रूरी सवाल है। क्या कनाडाई नागरिक भारत राष्ट्रीय फ़िल्म अवॉर्ड्स के लिए अर्ह हैं? 2016 में जब अक्षय को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला तो हम अलीगढ़ के लिए मनोज बाजपेयी की उम्मीद कर रहे थे। अगर ज्यूरी या मंत्रालय ने कुमार के केस में कोई भूल की है तो क्या उसे सुधारा जाएगा?
हालांकि जानकार बताते हैं कि नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड्स के नियमों के मुताबिक़ विदेशी नागरिकों को भी अवॉर्ड्स के लिए कंसीडर किया जा सकता है, बशर्ते फ़िल्म का निर्माण भारतीय कंपनी या नागरिक द्वारा किया जाए। विदेशी प्रोडक्शंस को भी नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड्स की रेस में शामिल किया जा सकता है, अगर कम से कम एस सह निर्माता भारतीय नागरिक है। वहीं फ़िल्म का निर्देशक भारतीय होना अनिवार्य है। अगर इस हिसाब से देखें तो अक्षय के नेशनल अवॉर्ड पर फिलहाल कोई ख़तरा नहीं दिखता। पुरस्कारों की ज्यूरी में रह चुके फ़िल्ममेकर राहुल ढोलकिया ने इस नियम की प्रतिलिपि सोशल मीडिया में शेयर की है।
मगर, सोशल मीडिया उन्हें माफ़ करने के मूड में नहीं दिखता, क्योंकि अब अक्षय का एक पुराना वीडियो ख़ूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो टोरंटो को अपना घर बता रहे हैं और रिटायरमेंट के बाद वहीं सेटल होने का दावा करते दिख रहे हैं। अब इसको लेकर उनकी ख़ूब ट्रोलिंग हो रही है।
अक्षय की नागरिकता को लेकर काफ़ी समय से सवाल उठाये जाते रहे हैं, मगर हाल ही में लोक सभा चुनाव के लिए मतदान के दौरान जब अक्षय की कोई तस्वीर नहीं आयी तो इस चर्चा ने विवाद का रूप ले लिया और उनकी नागरिकता को लेकर सोशल मीडिया में ट्रोलिंग होने लगी थी।