उत्तर प्रदेश में दिन में धूप और रात में ठंडी हवायें चलने से तापमान में गिरावट आई, सुबह छायेगा घना कोहरा
लखनऊ। सुबह हल्के कोहरे के साथ दिन में हवाओं से गुलाबी ठंड का असर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने सोमवार को पश्चिमी प्रदेश और तराई बेल्ट समेत कई क्षेत्र में हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के राज्य स्तरीय पूर्वानुमान के अनुसार 26 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके कारण 28 नवंबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड और तराई क्षेत्र में भी इसका असर पड़ेगा।
मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के अनुसार, लखनऊ और आसपास के कई क्षेत्रों में रविवार व सोमवार को बादलों की आवाजाही रह सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत लखीमपुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, सीतापुर, बहराइच जैसे तराई बेल्ट और कानपुर, फतेहपुर, बांदा, प्रयागराज, कौशांबी, झांसी, ललितपुर, समेत बुंदेलखंड के भी क्षेत्र में बूंदाबांदी के आसार नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार को लखनऊ समेत प्रदेश भर के कई क्षेत्रों में सुबह के समय हल्का कोहरा हो सकता है।
लखनऊ में दीपावली के बाद से ही लगातार वायु गुणवत्ता खराब
दिन के समय आसमान साफ रहेगा। ज्यादातर हिस्से में मौसम शुष्क रहेगा।लगातार वायु गुणवत्ता का स्तर खराब लखनऊ में दीपावली के बाद से ही लगातार वायु गुणवत्ता का स्तर खराब की श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। इस पूरे सप्ताह की बात की जाए तो वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआइ 200 से अधिक पर ही दर्ज किया जा रहा है, जो खराब की श्रेणी में आता है। शुक्रवार को भी लखनऊ का एक्यूआइ 265 पर दर्ज किया गया।
बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठंड
ठंड लेकर आई उत्तर पश्चिम से बहकर आने वाली हवा
शुक्रवार की सुबह लोगों ने बताया कि रात में सर्दी अचानक ज्यादा महसूस हुई। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एस एन सुनील पांडेय ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार की रात में तापमान में कमी दर्ज हुई है। न्यूनतम तापमान एक डिग्री नीचे 10 डिग्री पर चला गया है जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। यह सामान्य तापमान से भी 1.2 डिग्री कम है। दिन का तापमान भी सामान्य से दो डिग्री कम 26.2 डिग्री रहा है। इसकी वजह उत्तर पश्चिम से बहकर आने वाली हवा है जो पहाड़ों की सर्दी लेकर आ रही है। यइ हालात अभी बने रहेंगे। पश्चिमी विक्षोभ की स्थितियां भी बार-बार बन रही हैं इससे दो दिन बाद तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।